NRI -Poem:
ना इधर के रहे
नाउधर के रहे
बिच में लटकते रहे
ना India को भुला सके
ना videsh को अपना सके
NRI बन के काम चलाते रहे
ना गुजराती को छोड़ सके
ना अंग्रेजी को पकड़ सके
देसी accent में गोरो को confuse करते rahe
ना Christmas tree बना सके
ना बच्चो को समजा सके
दिवाली पर Santa बनके तोहफे बाँटते रहे
ना shorts पहेन सके
ना सलवार कमीज़ छोड़ सके
Jeans पर कुरता पहेन कर इतराते रहे
ना नाश्ते में Donut खा सके
ना खिचड़ी कढी को भुला सके
Pizza पर मिर्च छिड़ककर मज़ा लेते रहे
ना गरमी को भुला सके
ना Snow को अपना सके
खिड़की से सूरज को Beautiful Day कहेते रहे
अब आयी बारी SURAT/PORBANDAR/BARODA/AHMEDABAD/JAMNAGARजाने की तो
हाथ में पानी का शीशा लेकर चलते रहे
लेकिन वहां पर.............
ना भेल पूरी खा सके
ना लस्सी पी सके
पेट के दर्द से तड़पते रहे
हरड़े और एसबगुल से काम चलाते रहे
ना मच्छर से भाग सके
ना खुजली को रोक सके
Cream से दर्दो को छुपाते रहे
ना इधर के रहे
ना उधर के रहे
कमबख्त कही के ना रहे😜
Dedicated to all NRIs in the group 😀😀
Posted by: ganesh kumble <ganeshkumble2014@gmail.com>
Reply via web post | • | Reply to sender | • | Reply to group | • | Start a New Topic | • | Messages in this topic (1) |
To unsbscribe send email to hindi_jokes-unsubscribe@yahoogroups.com
hindi_jokes@yahoogroups.com email here to post your sms,jokes and pictures.
www.facebook.com/ganeshkumble21 Join with us on face book
You are interested to moderate hindi jokes group?
Mail me at ganeshkumble2014@gmail.com
No comments:
Post a Comment